facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

Winter season: इस साल कम पड़ेगी सर्दी

दिसंबर से फरवरी के दौरान न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना।

Last Updated- December 02, 2024 | 10:44 PM IST
Delhi NCR weather

नवंबर में मौसम गर्म रहने के बाद ठंड बढ़ सकती है। हालांकि इस साल सर्दी कम पड़ने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक दिसंबर से फरवरी के बीच देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। इसके साथ ही इस अवधि में दक्षिणी प्रायद्वीप को छोड़कर अधिकतम तापमान भी सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है।

आईएमडी का कहना है कि 1901 के बाद इस साल नवंबर सबसे गर्म नवंबर में से एक रहा। देश के उत्तरी और मध्य भागों विशेषकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तरी ओडिशा के ठंड रहने वाले क्षेत्र में कम सर्दी फसलों विशेषकर गेहूं और दालों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं।

आईएमडी के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘मुख्य ठंड यानी अगले तीन महीनों में अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान की संभावना है।’ इस बीच, मौसम विभाग ने न केवल कम सर्दी की भविष्यवाणी की, बल्कि यह भी कहा कि देश के उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और उत्तर-पूर्व के अधिकांश हिस्सों में सर्दियों के महीनों में शीत लहरों की संख्या भी सामान्य से कम हो सकती है।

महापात्र ने कहा, ‘आम तौर पर शीतलहर 5 से 6 दिनों तक चलती है, लेकिन अगर यह ‘सामान्य से नीचे’ होती है तो यह सिर्फ 2 से 4 दिनों की हो सकती है।’

प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष रबी फसलों की बुआई मजबूती से शुरू हो गई है और 2 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान गेहूं सहित अधिकांश फसलों का रकबा पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है।

हालांकि सरसों का रकबा पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 5.25 फीसदी कम है। हालांकि सरकार कहना है कि अभी बोआई होने में समय है। इसलिए ज्यादातर फसलों का रकबा बुआई के सामान्य स्तर तक पहुंच सकता है।

First Published - December 2, 2024 | 10:44 PM IST

संबंधित पोस्ट