facebookmetapixel
रेट कट का असर! बैंकिंग, ऑटो और रियल एस्टेट शेयरों में ताबड़तोड़ खरीदारीTest Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासा

Meesho IPO: ₹4,250 करोड़ जुटाने की तैयारी, सेबी के पास गोपनीय रूप से फाइल किया DRHP

Meesho ने आईपीओ के लिए गोपनीय प्री-फाइलिंग मार्ग चुना है, जिसके तहत DRHP की सार्वजनिक जानकारी अंतिम चरण तक रोकी जा सकती है।

Last Updated- July 03, 2025 | 5:28 PM IST
Meesho IPO

Meesho IPO: सॉफ्टबैंक समर्थित ई-कॉमर्स कंपनी मीशो (Meesho) ने बाजार नियामक सेबी के पास गोपनीय रूप (confidential route) से ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी।

IPO से Meesho जुटाएंगी ₹4,250 करोड़

25 जून को हुई आम बैठक (EGM) में आईपीओ लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। कंपनी ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए कम से कम ₹4,250 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया, “मीशो ने सेबी के पास गोपनीय रूप से DRHP फाइल किया है।”

हालांकि, इस आईपीओ में होने वाली सेकेंडरी शेयर बिक्री सहित कुल इश्यू साइज का पता नहीं चल पाया है। इस संबंध में Meesho को भेजे गए सवाल का कोई जवाब नहीं मिला।

Also read: Maharatna PSU से स्मालकैप कंपनी को मिला ₹400 करोड़ का मेगा ऑर्डर, शेयर में अपर सर्किट; 2 हफ्ते में 22% उछला

IPO के लिए Meesho ने चुना प्री-फाइलिंग रूट

कंपनी ने आईपीओ के लिए गोपनीय प्री-फाइलिंग मार्ग चुना है, जिसके तहत ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) की सार्वजनिक जानकारी अंतिम चरण तक रोकी जा सकती है।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोपनीय प्री-फाइलिंग मार्ग कंपनियों को ज्यादा आजादी देता है। इससे उन पर जल्द आईपीओ लाने का दबाव नहीं रहता। पारंपरिक प्रक्रिया में कंपनियों को सेबी की मंजूरी मिलने के 12 महीने के भीतर आईपीओ लाना होता है। लेकिन प्री-फाइलिंग प्रक्रिया में यह समय सीमा बढ़कर 18 महीने हो जाती है।

First Published - July 3, 2025 | 4:52 PM IST

संबंधित पोस्ट