facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

निशानेबाज Anish Bhanwala ने भारत को 12वां पेरिस ओलंपिक कोटा दिलाया, कांस्य पदक जीता

करनाल के 21 साल के निशानेबाज ने फाइनल में 28 निशाने लगाये थे। स्थानीय प्रबल दावेदार निशानेबाज ली गुनहियोक ने स्वर्ण पदक जीता।

Last Updated- October 30, 2023 | 12:04 PM IST

राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अनीष भानवाला ने सोमवार को कोरिया के चांगवान में चल रही एशियाई चैम्पियनशिप की पुरुष 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत को निशानेबाजी में 12वां पेरिस ओलंपिक कोटा दिलाया। अनीष भानवाला शूटआउट में जापान के दाई योशिओका से हार गये जिन्होंने रजत पदक जीता।

करनाल के 21 साल के निशानेबाज ने फाइनल में 28 निशाने लगाये थे। स्थानीय प्रबल दावेदार निशानेबाज ली गुनहियोक ने स्वर्ण पदक जीता। अनीष भानवाला ने फाइनल में पहुंचते ही पेरिस ओलंपिक के लिए कोटा हासिल कर लिया था क्योंकि चीन, जापान और कोरिया पहले ही इस स्पर्धा में दो दो ओलंपिक कोटे हासिल कर चुके थे।

भानवाला के अलावा फाइनल में पहुंचने वाले अन्य निशानेबाज चीन, जापान और कोरिया के थे। भानवाला क्वालीफिकेशन चरण में 588 अंक से तीसरे स्थान पर रहकर फाइनल में पहुंचे थे।

एक अन्य भारतीय भावेश शेखावत 584 अंक से क्वालीफिकेशन में शीर्ष आठ में शामिल थे लेकिन फाइनल में नहीं पहुंच सके क्योंकि वह केवल रैंकिंग अंक (आरपीओ) के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे और फाइनल में पहुंचने के लिए योग्य नहीं थे।

First Published - October 30, 2023 | 12:04 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट