facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

ईयू का सालाना 60 करोड़ यूरो निर्यात घाटे का दावा

Last Updated- April 19, 2023 | 10:53 AM IST
European union

यूरोपियन यूनियन (ईयू) ने दावा किया है कि भारत द्वारा सूचना एवं संचार तकनीक (आईसीटी) पर शुल्क लगाने से उसे भारत को तकनीकी निर्यात में सालाना 60 करोड़ यूरो घाटा हुआ है। यूनियन ने कहा है कि भारत द्वारा नियमों का उल्लंघन किए जाने से ईयू के इस तरह के तकनीक के निर्यात पर असर पड़ा है।

प्रमुख यूरोपियन तकनीकी कंपनियों में इरिक्सन, सीमंस, नोकिया, इन्फीनियॉन टेक्नोलॉजिज व अन्य शामिल हैं। सोमवार को विश्व व्यापार संगठन के विवाद निपटान करने वाले निकाय ने अपने आदेश में कहा था कि भारत द्वारा मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक सामान पर शुल्क लगाने से बहुपक्षीय व्यापार निकाय के सूचना तकनीक अधिनियम के तहत की गई प्रतिबद्धता का उल्लंघन हुआ है।
बहरहाल इस फैसले का तत्काल कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि भारत इस फैसले के खिलाफ डब्ल्यूटीओ के अपीली निकाय में अपील कर सकता है, जो सदस्यों की कमी की वजह से काम नहीं कर रहा है। ईयू के कार्यकारी उपाध्यक्ष और व्यापार आयुक्त वाल्डिस डोम्ब्रोवास्किस ने फैसले का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि भारत सभी अवैध शुल्क खत्म करेगा।

First Published - April 19, 2023 | 10:49 AM IST

संबंधित पोस्ट