facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

नई नौकरियां 20 माह के निचले स्तर पर

Last Updated- March 21, 2023 | 9:04 AM IST

नई औपचारिक नौकरियों का सृजन लगातार दूसरे महीने गिरा है और जनवरी में यह 20 माह के निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे रोजगार के बाजार पर दबाव के संकेत मिलते हैं। सोमवार को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।

कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में नए मासिक सदस्यों की संख्या दिसंबर के 8,40,374 से 7.5 प्रतिशत घटकर जनवरी में 7,77,232 रह गई।

यह ईपीएफ में शामिल होने वाले नए सबस्क्राइबरों की मई 2021 के बाद सबसे कम संख्या है, जब इस फंड में महज 6,49,618 सदस्य शामिल हुए थे। इसके पहले वित्त वर्ष 23 में नए मासिक सदस्यों की संख्या लगातार 6 महीने तक अप्रैल से सितंबर के बीच 10 लाख से ऊपर बनी रही थी और जुलाई में 11,59,350 पर पहुंच गई थी।

पेरोल के आंकड़ों में शुद्ध रूप से शामिल लोगों, जिसकी गणना नए सबस्क्राइबरों, इस योजना से निकले सदस्यों और वापस आए पुराने सदस्यों के योग से की जाती है, की संख्या 16 प्रतिशत बढ़कर जनवरी में 14.8 लाख हो गई है, जो दिसंबर में 12.8 लाख थी।

बहरहाल शुद्ध मासिक पेरोल के आंकड़े अनंतिम प्रकृति के होते हैं और अक्सर इनमें आने वाले महीनों में तेज बदलाव होता है। इसकी वजह से नए ईपीएफ सदस्यों के आंकड़ों की विश्वसनीयता ज्यादा होती है।

First Published - March 21, 2023 | 8:58 AM IST

संबंधित पोस्ट