facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

कच्चे तेल के उत्पादन को नियंत्रित बनाए रखेगा ओपेक समूह: मॉर्गन स्टैनली

तेल कीमतें बुधवार को सीमित दायरे में बनी रहीं, क्योंकि बाजार को सप्ताहांत में ओपेक+ उत्पादक समूह से उत्पादन कटौती पर खबरों का इंतजार है।

Last Updated- November 22, 2023 | 9:39 PM IST
Crude Oil

मॉर्गन स्टैनली का मानना है कि कच्चे तेल की कीमत को 80 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर समर्थन मिलेगा, क्योंकि उसे उम्मीद है कि उत्पादक समूह ओपेक उत्पादन को नियंत्रित बनाए रखेगा और तेल भंडार को मुख्य तौर पर मौजूदा स्तर पर स्थिर बनाएगा।

तेल कीमतें बुधवार को सीमित दायरे में बनी रहीं, क्योंकि बाजार को सप्ताहांत में ओपेक+ उत्पादक समूह से उत्पादन कटौती पर खबरों का इंतजार है।

मंगलवार को एक रिपोर्ट में निवेश बैंक के विश्लेषकों ने कहा कि बाजार में अतिरिक्त ओपेक तेल की कम गुंजाइश है। उनका अनुमान है कि ओपेक का कच्चा तेल उत्पादन स्तर 2024 में 2.83 करोड़ बैरल प्रतिदिन है, जो लगातार चौथे वर्ष सपाट है।

बैंक के विश्लेषक अब मान रहे हैं कि सऊदी अरब स्वैच्छिक कटौती अगले साल की दूसरी तिमाही के अंत तक बढ़ाएगा। सऊदी अरब, रूस और अन्य ओपेक+ सदस्य पहले ही 51.6 लाख बैरल प्रतिदिन या दैनिक वैश्विक मांग के करीब 5 प्रतिशत की कुल तेल उत्पादन कटौती पर जोर दे चुके हैं। ओपेक+ सदस्यों द्वारा 2022 के अंत में तेल उत्पादन कटौती के प्रयास शुरू किए गए थे।

मॉर्गन स्टैनली के विश्लेषकों ने मंगलवार की रिपोर्ट में कहा था, ‘भले ही अमेरिकी उत्पादन तेजी से घट रहा है, लेकिन गैर-ओपेक आपूर्ति अभी भी अगले साल 14 लाख बैरल प्रतिदिन तक बढ़ने का अनुमान है, जो सभी वैश्विक मांग वृद्धि को पूरा करने के लिहाज से पर्याप्त है।’

निवेश बैंक को 2024 में तेल मांग वृद्धि धीमी पड़कर करीब 12 लाख बैरल प्रतिदिन रहने का अनुमान है।

First Published - November 22, 2023 | 9:30 PM IST

संबंधित पोस्ट