facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

China का US पर पलटवार, अब अमेरिकी सामान पर चीन में लगेगा 84% टैक्स

ट्रंप ने 'रिसिप्रोकल टैरिफ' नीति लागू की, जिससे US ने चीनी आयात पर शुल्क बढ़कर 104% हो गया।

Last Updated- April 09, 2025 | 6:10 PM IST
China and US

चीन ने अमेरिकी सामान पर 84 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की है, जो पहले घोषित 34 प्रतिशत से काफी अधिक है। यह निर्णय गुरुवार से प्रभावी होगा। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह जानकारी चीन के वित्त मंत्रालय ने दी है।

यह कदम अमेरिकी राष्ट्रपति डनाल्ड ट्रंप के उस फैसले के जवाब में आया है, जिसमें उन्होंने चीनी आयात पर शुल्क बढ़ाकर 104 प्रतिशत कर दिया है। यह फैसला बुधवार से लागू होगा। दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच चल रहे व्यापार युद्ध में यह एक और बड़ा तनावपूर्ण मोड़ है।

इससे पहले ट्रंप ने चीन को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि वह अमेरिकी सामान पर लगाए गए 34 प्रतिशत शुल्क को वापस ले, नहीं तो और सख्त कार्रवाई की जाएगी। चीन के इनकार के बाद वॉशिंगटन ने चीनी आयात पर रिकॉर्ड 104 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की।

चीन ने क्या दी अमेरिका को धमकी, पढ़ें-

बुधवार को ही बीजिंग ने अमेरिका की मांग को खारिज करते हुए उसे जबरदस्ती की नीति बताया। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “चीन के खिलाफ शुल्क बढ़ाने की अमेरिकी धमकी एक गलती पर दूसरी गलती है, जो एक बार फिर अमेरिका की ब्लैकमेल करने की प्रवृत्ति को उजागर करती है।” मंत्रालय ने आगे चेतावनी दी, “अगर अमेरिका अपनी जिद पर अड़ा रहा, तो चीन अंत तक मुकाबला करेगा।”
फरवरी में अमेरिका ने चीन पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया था। इसके जवाब में चीन ने अमेरिकी कोयले और तरलीकृत प्राकृतिक गैस पर 15 प्रतिशत शुल्क, जबकि कच्चे तेल, कृषि मशीनरी और बड़ी कारों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया।

ट्रंप ने इस पर नाराज़गी जताई और आरोप लगाया कि चीन के ज़्यादा शुल्कों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था से अरबों डॉलर निकाल लिए। इसके बाद अमेरिका ने शुल्क में 10 प्रतिशत की और बढ़ोतरी कर दी, जिससे चीनी आयात पर कुल शुल्क 20 प्रतिशत हो गया। जवाब में चीन ने अमेरिकी चिकन, गेहूं, मक्का और कपास पर 15 प्रतिशत शुल्क और ज्वार, सोयाबीन, सूअर, बीफ, जलीय उत्पाद, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पादों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया।

कैसे हो गया चीनी सामान पर अमेरिका में 104% टैक्स

इसके बाद ट्रंप ने ‘रिसिप्रोकल टैरिफ’ नीति लागू की, जिसके तहत अमेरिका किसी भी देश द्वारा अपने निर्यात पर लगाए गए शुल्क का आधा हिस्सा उस देश के आयात पर लगाएगा। इस नीति के तहत चीनी आयात पर 34% अतिरिक्त शुल्क लगा, जिससे कुल दर 54 % हो गई। अब ताज़ा 50 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क के साथ चीन पर कुल 104 प्रतिशत शुल्क लागू हो गया है, जो एक हफ्ते में लगभग दोगुना हो गया है।

हालांकि, इस तनाव के बीच ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं। चीन भी ट्रंप द्वारा शुल्क बढ़ाने की घोषणा के बाद से ही अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता की मांग कर रहा है, लेकिन अब तक दोनों देशों के बीच किसी तरह की बातचीत की पुष्टि नहीं हुई है।

FM in UK: भारत- ब्रिटेन के बीच अहम बिजनेस मीटिंग, टॉप ब्रिटिश फाइनेंस कंपनियां मिली वित्तमंत्री से

Trump Tariff से निपटने के लिए Commerce Ministry का ‘ग्लोबल दांव’

Explainer: क्या है Trump Tariff? क्यों लगाया? कैसे वसूलेगा US दूसरे देशों से; जानें हर बात

 

First Published - April 9, 2025 | 6:10 PM IST

संबंधित पोस्ट