facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

पश्चिम की मांग घटने से जनवरी-फरवरी में चीन का व्यापार घटा

Last Updated- March 07, 2023 | 5:05 PM IST
China

अमेरिका और यूरोप की मांग घटने से चीन के व्यापार में जनवरी और फरवरी में फिर गिरावट आई है। ब्याज दरों में वृद्धि के बीच अमेरिका और यूरोप की मांग प्रभावित हुई है।

ऐसे में आर्थिक वृद्धि तेज करने के चीन के प्रयासों को भी झटका लगा है। चीन के सीमा शुल्क विभाग के मंगलवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। इसके अनुसार, पिछले दो महीनों में चीन का निर्यात सालाना आधार पर 6.8 प्रतिशत घटकर 506.3 अरब डॉलर रह गया है।

हालांकि, दिसंबर में दर्ज हुई 10.1 प्रतिशत की गिरावट की तुलना में स्थिति कुछ सुधरी है। जनवरी-फरवरी में चीन का आयात 10.2 प्रतिशत घटकर 389.4 अरब डॉलर रह गया। दिसंबर में यह गिरावट 7.3 प्रतिशत की रही थी। हालांकि पिछले दो महीनों में चीन का व्यापार अधिशेष 0.8 प्रतिशत बढ़कर 116.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

चीन कोविड महामारी से जुड़ी पाबंदियों को हटाने के बाद अब अपनी आर्थिक गतिविधियों को तेज करने की कोशिश में लगा हुआ है। लेकिन यूरोप एवं अमेरिका में मांग सुस्त रहने से उसके व्यापार को बढ़ावा नहीं मिल पा रहा है।

First Published - March 7, 2023 | 5:05 PM IST

संबंधित पोस्ट