facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में कटौती को लेकर अग्रणी भूमिका निभा सकता है G7: अमेरिकी ऊर्जा मंत्री

Last Updated- April 14, 2023 | 5:24 PM IST
Carbon emission

अमेरिका की ऊर्जा मंत्री जेनिफर ग्रेनहोम ने ‘ग्लोबल वार्मिंग’ को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता जताते हुए शुक्रवार को कहा कि अमीर राष्ट्र कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के मामले में मिसाल कायम कर सकते हैं।

ग्रेनहोम और अग्रणी अर्थव्यवस्था वाले देशों के समूह जी-7 के वरिष्ठ ऊर्जा तथा पर्यावरण अधिकारी जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा और संबंधित मुद्दों पर बैठकों के लिए इस सप्ताह उत्तरी जापान के होकाइदो में हैं।

ग्रेनहोम ने दुनिया के पहले और एकमात्र तरल हाइड्रोजन वाहक पोत का दौरा करने के बाद कहा, ‘हम इसी तरह के उदाहरणों के जरिये नेतृत्व किए जाने की उम्मीद करते हैं।’

यह जहाज बेहद प्रदूषणकारी माने जाने वाले कोयले की जगह उत्सर्जन-मुक्त हाइड्रोजन ऊर्जा को बढ़ावा देने के जापान के प्रयासों को दर्शाता है।

ग्रेनहोम ने कहा कि हाइड्रोजन सहित नवीकरणीय, स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ना ‘दूसरों में भी इस काबिल बनने की उम्मीद जगाता है, क्योंकि प्रौद्योगिकी को अपनाने से लागत में कमी आती है।’

उन्होंने कहा कि अमीर राष्ट्र कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के क्षेत्र में उदाहरण पेश कर सकते हैं और ‘ग्लोबल वार्मिंग’ को रोकने के लिए बहुत तेज कार्रवाई की आवश्यकता है।

First Published - April 14, 2023 | 5:24 PM IST

संबंधित पोस्ट