facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

UNFCCC को अनुकूल योजना सौंपेगा भारत: केंद्रीय जलवायु मंत्री भूपेंद्र यादव

सरकार ने हाल ही में जलवायु वित्त टैक्सोनॉमी (वर्गीकरण की वैज्ञानिक प्रक्रिया) का मसौदा फ्रेमवर्क जारी किया।

Last Updated- May 29, 2025 | 11:38 PM IST
Bhupendra Yadav

भारत संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन संबंधी फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) को अपनी पहली राष्ट्रीय अनुकूलन योजना कुछ महीनों में सौंप देगा। यह जानकारी केंद्रीय जलवायु मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को दी।

यादव ने भारतीय उद्योग परिसंघ के सालाना बिज़नेस समिट में कहा, ‘अनुकूलन को मजबूती देने के अग्रसोची कदम के रूप में सरकार ने पहली राष्ट्रीय अनुकूल योजना के रूप में एक समावेशी खाका तैयार किया है जिसे कुछ महीनों में यूएनएफसीसीसी को सौंप दिया जाएगा।’

जलवायु परिवर्तन संबंधी जोखिमों को दूर करने तथा देश को जलवायु संकट से निपटने के लिए मजबूत बनाने के क्रम में सरकार ने हाल ही में जलवायु वित्त टैक्सोनॉमी (वर्गीकरण की वैज्ञानिक प्रक्रिया) का मसौदा फ्रेमवर्क जारी किया।

अनुकूलन और कार्बन उत्सर्जन में कमी के तहत गतिविधियों, परियोजनाओं और उपायों को वर्गीकृत करने की कार्य प्रणाली का ब्योरा देकर यह वर्गीकरण भारत की जलवायु प्रतिबद्धता में योगदान देगा ताकि इसकी लचीलापन को मजबूत किया जा सके, प्रयास किए जा सकें और जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों के जोखिम को कम करने वाले अनुकूलन उपायों और तकनीकों में निवेश को सुविधाजनक बनाया जा सके।

First Published - May 29, 2025 | 11:13 PM IST

संबंधित पोस्ट