म्यांमार (Myanmar) की सैन्य सरकार ने अपदस्थ नेता आंग सान सू ची (Aung San Suu Kyi) की जेल की सज़ा को कम कर दिया है। सरकार ने बौद्ध बहुसंख्यक वाले देश में एक धार्मिक त्यौहार के मौके पर उनकी सज़ा में कटौती करने का ऐलान किया। सरकारी मीडिया ने मंगलवार को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति विन मिन्त की भी सजा को कम किया गया है।
सरकार ने 700 से ज्यादा कैदियों की सज़ा में कमी की है। इसमें कहा गया है कि सजा कम किये जाने के बावजूद 78 वर्षीय सू ची को कुल 27 साल जेल में बिताने होंगे, उन्हें 33 साल की सज़ा सुनायी गयी थी। सरकारी एमआरटीवी की खबर के मुताबिक, म्यांमार सैन्य परिषद के प्रमुख वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने सू ची के खिलाफ पांच मामलों में सज़ा में छूट दी है।
उन्हें कोरोना वायरस से संबंधित पाबंदियों का उल्लंघन करने, वॉकी-टॉकीज़ का अवैध रूप से आयात करने और रखने तथा राजद्रोह के मामलों में दोषी ठहराया गया है। उन्हें शुरू में 19 मामलों में दोषी ठहराया गया था। उनके समर्थकों और अधिकार समूहों का कहना है कि ऐसा उन्हें बदनाम करने और 2021 में सेना द्वारा तख्तापलट को वैध करने की कोशिश के तहत किया गया। यह उन्हें फिर से राजनीति में वापसी से रोकने का प्रयास है।
एमआरटीवी की खबर के मुताबिक, जिस दिन बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था, उस दिन की याद में मिन आंग ह्लाइंग ने कुल 7,749 कैदियों की सज़ा में छूट दी है और अन्य कैदियों की मौत की सजा को भी कम कर दिया।