Gold ETF in Jan 2025: गोल्ड के लिए नए साल की शुरुआत शानदार रही। जनवरी के दौरान लगातार दूसरे महीने इन्वेस्टमेंट डिमांड में तेजी देखने को मिली। गोल्ड ईटीएफ (gold ETF) के आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) से मिले ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2025 की शुरुआत यानी जनवरी के दौरान ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में निवेश 3 बिलियन डॉलर बढ़ा। वॉल्यूम /होल्डिंग के लिहाज से इस दौरान निवेश में 34.5 टन की वृद्धि हुई। सोने की कीमतों में तेजी और लगातार दूसरे महीने आए इनफ्लो के दम पर जनवरी 2025 के अंत तक गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM और टोटल होल्डिंग बढ़कर क्रमश: रिकॉर्ड 294.2 बिलियन डॉलर और 3,253.3 टन पर पहुंच गए। ग्लोबल लेवल पर ट्रेड वॉर की आशंका और अमेरिकी डॉलर में कमजोरी के बीच जनवरी के दौरान सोने के भाव में तकरीबन 8 फीसदी का इजाफा हुआ।
पिछले महीने यानी दिसंबर 2024 के दौरान भी गोल्ड ईटीएफ में निवेश 0.3 बिलियन डॉलर यानी 3.6 टन बढ़ा था। हालांकि बीते साल नवंबर में लगातार छह महीने की तेजी के बाद गोल्ड ईटीएफ में 2.1 बिलियन डॉलर यानी 28.6 टन का आउटफ्लो दर्ज किया गया था।
जनवरी के दौरान गोल्ड ईटीएफ को सबसे तगड़ा सपोर्ट यूरोप से मिला। पिछले महीने यूरोप में गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़कर मार्च 2022 के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान यूरोप में 3.4 बिलियन डॉलर (+39 टन) का नेट इनफ्लो देखा गया। ज्यादातर निवेश इंग्लैंड और जर्मनी में आया। हालांकि बीते साल ज्यादातर महीने यूरोप में नेट आउटफ्लो दर्ज किया गया था। नार्थ अमेरिकी फंडों में लगातार दूसरे महीने जनवरी में आउटफ्लो देखा गया। इस दौरान नार्थ अमेरिकी फंडों से निवेशकों ने नेट 499 मिलियन डॉलर (-5.9 टन) निकाले। जबकि एशियाई फंडों में निवेशकों ने जनवरी में नेट 57 मिलियन डॉलर (+0.3 टन) डाले।
एशिया में भारत इनफ्लो के मामले में सबसे आगे रहा। इस दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों ने रिकॉर्ड 400 मिलियन डॉलर (तकरीबन 3,500 करोड़ रुपये) डाले। इससे पहले सबसे ज्यादा मंथली नेट इनफ्लो (+1,961.57 करोड़ रुपये) बीते साल अक्टूबर में आया था। जानकारों के अनुसार घरेलू इक्विटी मार्केट में जारी गिरावट और ग्लोबल अनिश्चितता के बीच भारत में निवेशक गोल्ड ईटीएफ में जमकर पैसा लगा रहे हैं। हालांकि चीन में इस दौरान 399.1 मिलियन डॉलर का आउटफ्लो दर्ज किया गया।
| Region | AUM (bn) |
Fund Flows (US$mn) |
Holdings (tonnes) |
Demand (tonnes) |
Demand (% of holdings) |
|---|---|---|---|---|---|
| North America | 148.7 | -499.4 | 1,644.6 | -5.9 | -0.4% |
| Europe | 119.9 | 3,415.8 | 1,326.7 | 39.0 | 3.0% |
| Asia | 19.7 | 57.1 | 216.7 | 0.3 | 0.1% |
| Other | 5.9 | 66.3 | 65.3 | 1.0 | 1.6% |
| Total | 294.2 | 3,039.7 | 3,253.3 | 34.5 | 1.1% |
| Global inflows / Positive Demand | 7,655.1 | 53.4 | 2.8% | ||
| Global outflows / Negative Demand | -4,615.3 | -18.9 | -1.7% |
| Country | AUM (bn) |
Fund Flows (US$mn) |
Holdings (tonnes) |
Demand (tonnes) |
Demand (% of holdings) |
|---|---|---|---|---|---|
| US | 142.4 | -531.2 | 1,575.5 | -6.3 | -0.4% |
| UK | 54.1 | 1,574.2 | 598.1 | 17.9 | 3.1% |
| Germany | 29.2 | 1,166.1 | 322.5 | 13.5 | 4.4% |
| Switzerland | 28.8 | 242.7 | 319.0 | 2.8 | 0.9% |
| China P.R. Mainland | 9.8 | -399.1 | 110.0 | -4.7 | -4.1% |
| France | 6.3 | 395.4 | 69.6 | 4.5 | 6.9% |
| Canada | 6.3 | 31.8 | 69.2 | 0.4 | 0.6% |
| India | 5.9 | 400.4 | 61.9 | 4.4 | 7.6% |
| Australia | 3.9 | 68.6 | 43.4 | 1.0 | 2.3% |
| Japan | 3.7 | 57.9 | 40.6 | 0.6 | 1.6% |
| South Africa | 1.8 | 41.5 | 19.6 | 0.5 | 2.9% |
| Ireland | 1.0 | 21.1 | 11.6 | 0.2 | 2.2% |
| Italy | 0.5 | 17.3 | 5.2 | 0.2 | 4.0% |
| Hong Kong SAR | 0.3 | -2.5 | 3.9 | -0.0 | -0.7% |
| Turkey | 0.2 | -43.9 | 2.2 | -0.5 | -19.1% |
| Liechtenstein | 0.0 | -1.1 | 0.5 | -0.0 | -1.8% |
| Malaysia | 0.0 | 0.4 | 0.3 | 0.0 | 0.9% |
| Saudi Arabia | 0.0 | 0.0 | 0.1 | 0.0 | 2.1% |
(Source: World Gold Council)
इससे पहले तीन वर्ष के लंबे इंतजार के बाद गोल्ड (gold) में 2024 के दौरान एक बार फिर इन्वेस्टमेंट डिमांड में तेजी देखने को मिली। 2020 के बाद पहली बार ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में 2024 के दौरान इनफ्लो यानी निवेश में इजाफा दर्ज किया गया।
कैलेंडर ईयर 2024 की बात करें तो गोल्ड ईटीएफ में निवेश में 3.4 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई। हालांकि टोटल होल्डिंग में इस दौरान कमी आई। टोटल होल्डिंग 2024 में 5 साल के सबसे निचले स्तर पर आ गया। बीते साल टोटल होल्डिंग 3,218.8 टन रहा जो 2023 के 3,225.6 टन के मुकाबले 6.8 टन कम है।
| वर्ष | गोल्ड ईटीएफ टोटल होल्डिंग (टन) | एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) (बिलियन डॉलर) |
| 2024 | 3,218.8 | 270.5 |
| 2023 | 3,225.6 | 214.4 |
| 2022 | 3,469.8 | 202.6 |
| 2021 | 3,579.4 | 209.7 |
| 2020 | 3,768.1 | 229.3 |
| 2019 | 2,875.6 | 140.9 |
| 2018 | 2,472 | 101.9 |
(Source: World Gold Council)
लेकिन सोने की कीमतों में तेजी और इनफ्लो की वजह से 2024 में गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM 2023 के मुकाबले 26 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 271 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया।
Gold ETF holdings and flows by region in 2024
| Region | AUM (bn) |
Fund Flows (US$mn) |
Holdings (tonnes) |
Demand (tonnes) |
Demand (% of holdings) |
| Other | 5.4 | 464.2 | 64.3 | 4.7 | 7.9% |
| North America | 138.5 | 2,289.2 | 1,650.5 | 8.0 | 0.5% |
| Europe | 108.1 | -5,773.6 | 1,287.6 | -97.9 | -7.1% |
| Asia | 18.5 | 6,418.7 | 216.4 | 78.4 | 56.8% |
| Total | 270.5 | 3,398.5 | 3,218.8 | -6.8 | -0.2% |
| Global inflows/ Positive Demand | 59,215.4 | 180.1 | 27.6% | ||
| Global outflows/ Negative Demand | -55,816.9 | -186.9 | -26.0% |
(Source: World Gold Council)
इनफ्लो के मामले में 2024 में एशिया सबसे आगे रहा। एशियाई देशों में इस दौरान 6.4 बिलियन डॉलर का निवेश बढ़ा। नार्थ अमेरिका में भी 2.3 बिलियन डॉलर का इनफ्लो दर्ज किया गया। सालाना आधार पर देखें तो 2020 के बाद पहली बार नार्थ अमेरिकी देशों में निवेश में इजाफा हुआ। लेकिन यूरोप में निवेशक गोल्ड ईटीएफ को लेकर उत्साहित नहीं दिखे। यूरोपीय निवेशकों ने बीते साल गोल्ड ईटीएफ से 5.8 बिलियन डॉलर निकाले। बीते महीने हालांकि यूरोपीय देशों में 0.3 बिलियन डॉलर का इनफ्लो दर्ज किया गया।
| महीना | गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो/आउटफ्लो |
| दिसंबर 2024 | +0.8 बिलियन डॉलर (+3.6 टन) |
| नवंबर 2024 | -2.1बिलियन डॉलर (-28.5 टन) |
| अक्टूबर 2024 | +4.3 बिलियन डॉलर (+43.5 टन) |
| सितंबर 2024 | +1.4 बिलियन डॉलर (+18.4 टन) |
| अगस्त 2024 | +2.1 बिलियन डॉलर (+28.5 टन) |
| जुलाई 2024 | +3.6 बिलियन डॉलर (+47.7 टन) |
| जून 2024 | +1.4 बिलियन डॉलर (+17.5 टन) |
| मई 2024 | +0.5 बिलियन डॉलर (+8.2 टन) |
| अप्रैल 2024 | -2.1 बिलियन डॉलर (-32.9 टन) |
| मार्च 2024 | -0.8 बिलियन डॉलर (-13.6 टन) |
| फरवरी 2024 | -2.9 बिलियन डॉलर (-48.7 टन) |
| जनवरी 2024 | -2.8 बिलियन डॉलर (-50.9 टन) |
(Source: World Gold Council)
मई 2024 से पहले गोल्ड ईटीएफ पड़ा था सुस्त
मई 2024 से पहले भी लगातार 12 महीने ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में आउटफ्लो देखने को मिला था। मार्च-मई 2023 की अवधि को निकाल दें तो अप्रैल 2022 से इन्वेस्टमेंट डिमांड अप्रैल 2024 तक लगातार नेगेटिव जोन में पड़ी हुई थी। 2020 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश 49.4 बिलियन डॉलर (892.1 टन) बढ़ा था। हालांकि उसके बाद 2021 और 2022 में यह क्रमश: 8.9 बिलियन डॉलर (188.8 टन) और 2.9 बिलियन डॉलर (109.5) टन घटा। कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान गोल्ड ईटीएफ से कुल 14.7 बिलियन डॉलर (244.2 टन) की निकासी हुई।
| वर्ष | गोल्ड ईटीएफ इनफ्लो/आउटफ्लो |
| 2024 | +3.4 बिलियन डॉलर (-6.8 टन) |
| 2023 | -14.7 बिलियन डॉलर (-244.2 टन) |
| 2022 | -2.9 बिलियन डॉलर (-109.5) |
| 2021 | -8.9 बिलियन डॉलर (-188.8 टन) |
| 2020 | +49.4 बिलियन डॉलर (+892.1 टन) |
| 2019 | +19.6 बिलियन डॉलर (+403.6 टन) |
| 2018 | +3.9 बिलियन डॉलर (+70.2 टन) |
(Source: World Gold Council)
गोल्ड के लिए शानदार रहा 2024
गोल्ड के लिए 2024 शानदार रहा। बीते वर्ष न सिर्फ सोने का प्रदर्शन पिछले 14 वर्षों में यानी 2010 के बाद सबसे बेहतर रहा बल्कि कई ट्रेंड भी बनते दिखे। सोने की बेंचमार्क ग्लोबल कीमतों ने 2024 में 40 दफे न्यू ऑल टाइम हाई बनाया। जियो-पॉलिटिकल टेंशन, सेंट्रल बैंकों की खरीदारी, इन्वेस्टमेंट यानी ईटीएफ (ETF) डिमांड में तेजी और अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के बीच सोने की कीमतों में 2024 में 27 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई।
गोल्ड ने 2024 में सभी एसेट क्लास को छोड़ा पीछे
(Source: World Gold Council)